अक्षांश (Latitude) और देशांतर (Longitude) रेखाएँ – विस्तृत जानकारी

अक्षांश (Latitude) और देशांतर (Longitude) रेखाएँ – विस्तृत जानकारी

 

अक्षांश और देशांतर रेखाएँ पृथ्वी के स्थान-निर्धारण प्रणाली (Geographical Coordinate System) का हिस्सा हैं। ये काल्पनिक रेखाएँ पृथ्वी को ग्रिड के रूप में विभाजित करती हैं, जिससे किसी भी स्थान की सटीक स्थिति (Exact Location) निर्धारित की जा सकती है।

 

 

 

1. अक्षांश रेखाएँ (Latitude Lines)

 

परिभाषा:

 

अक्षांश वे काल्पनिक रेखाएँ हैं जो पृथ्वी के चारों ओर पूर्व से पश्चिम (East to West) की दिशा में फैली होती हैं और भूमध्य रेखा (Equator) के समानांतर होती हैं।

 

मुख्य विशेषताएँ:

 

1. भूमध्य रेखा (Equator) – यह 0° अक्षांश होती है और पृथ्वी को उत्तर और दक्षिण गोलार्ध में विभाजित करती है।

 

 

2. सभी अक्षांश रेखाएँ समानांतर होती हैं, इसलिए इन्हें “Parallel Lines” कहा जाता है।

 

 

3. अक्षांश रेखाओं की कुल संख्या – 181 (90° उत्तर से 90° दक्षिण तक, साथ में भूमध्य रेखा)।

 

 

4. प्रत्येक अक्षांश रेखा 0° से 90° तक उत्तर (N) और दक्षिण (S) में होती है।

 

 

5. अक्षांश का अंतर हर 1° पर 111 किलोमीटर होता है, लेकिन यह ध्रुवों के पास थोड़ा कम हो सकता है।

 

 

 

मुख्य अक्षांश रेखाएँ:

 

अक्षांश का प्रभाव:

 

जलवायु (Climate) – पृथ्वी के अलग-अलग अक्षांशों पर तापमान और मौसम अलग-अलग होते हैं।

 

सौर ऊर्जा का वितरण – भूमध्य रेखा पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं, इसलिए यहाँ सबसे ज्यादा गर्मी होती है।

 

वनस्पति और जीव – अलग-अलग अक्षांशों पर अलग-अलग प्रकार की वनस्पति और जीव पाए जाते हैं।

 

 

 

 

2. देशांतर रेखाएँ (Longitude Lines)

 

परिभाषा:

 

देशांतर वे काल्पनिक रेखाएँ हैं जो उत्तर से दक्षिण (North to South) की दिशा में खींची जाती हैं और ध्रुवों (Poles) पर मिलती हैं।

 

मुख्य विशेषताएँ:

 

1. प्रधान मध्याह्न रेखा (Prime Meridian – 0°) सबसे महत्वपूर्ण देशांतर रेखा है, जो ग्रीनविच (लंदन, UK) से होकर गुजरती है।

 

 

2. देशांतर रेखाएँ पृथ्वी को पूर्वी और पश्चिमी गोलार्ध (Eastern & Western Hemisphere) में विभाजित करती हैं।

 

 

3. कुल देशांतर रेखाएँ – 360 (180° पूर्व और 180° पश्चिम)।

 

 

4. देशांतर रेखाएँ आपस में समान दूरी पर नहीं होतीं – भूमध्य रेखा पर यह दूरी सबसे ज्यादा (लगभग 111 किमी) होती है, लेकिन ध्रुवों पर यह दूरी शून्य (0) हो जाती है।

 

 

5. हर 15° देशांतर पर 1 घंटे का समय परिवर्तन होता है, जिससे पृथ्वी के टाइम ज़ोन (Time Zones) निर्धारित होते हैं।

 

 

 

मुख्य देशांतर रेखाएँ:

 

देशांतर का प्रभाव:

 

समय क्षेत्र (Time Zones) – पृथ्वी को 24 समय क्षेत्रों (Time Zones) में बांटा गया है।

 

नेविगेशन (Navigation) – समुद्री और हवाई यातायात में सही दिशा ज्ञात करने के लिए देशांतर रेखाएँ महत्वपूर्ण हैं।

 

 

 

 

अक्षांश और देशांतर के बीच अंतर

 

 

 

भारत का अक्षांश और देशांतर स्थान

 

भारत का अक्षांश विस्तार: 8°4′ उत्तर से 37°6′ उत्तर तक।

 

भारत का देशांतर विस्तार: 68°7′ पूर्व से 97°25′ पूर्व तक।

 

भारत का मानक समय (IST) 82.5° पूर्व देशांतर पर आधारित है।

 

 

 

 

निष्कर्ष

 

अक्षांश और देशांतर रेखाएँ पृथ्वी पर किसी भी स्थान की सटीक स्थिति (Geographical Coordinates) निर्धारित करने में मदद करती हैं। अक्षांश जलवायु और तापमान को प्रभावित करते हैं, जबकि देशांतर समय क्षेत्र और नेविगेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

 

प्रश्न:

क्या आपको इस विषय में कोई और गहराई से जानकारी चाहिए?

 

 

Leave a Comment

महात्मा गांधी जी ऋतू परिवर्तन