जेरेमी बेंथम

जेरेमी बेंथम

जेरेमी बेंथम (1748-1832) एक अंग्रेज़ी दार्शनिक, विधिवेत्ता और समाज सुधारक थे, जिन्हें उपयोगितावाद (Utilitarianism) के जनक के रूप में जाना जाता है। उनका मुख्य सिद्धांत था कि समाज में हर निर्णय का उद्देश्य “अधिकतम लोगों के लिए अधिकतम सुख” (Greatest Happiness Principle) होना चाहिए।

 

जेरेमी बेंथम के प्रमुख विचार:

 

1. उपयोगितावाद (Utilitarianism) – नैतिकता का मूल्य इस आधार पर तय होना चाहिए कि वह कितने लोगों के लिए सुखदायक है।

 

 

2. हेडोनिस्टिक कैलकुलस (Hedonistic Calculus) – किसी भी कार्य के सुख और दुख को मापने का एक तरीका।

 

 

3. अधिकारों और कानूनों का मूल्यांकन – उन्होंने कानूनों और नीतियों को इस दृष्टिकोण से परखा कि वे समाज के लिए कितने उपयोगी हैं।

 

 

4. पनॉप्टिकन (Panopticon) – एक आदर्श जेल प्रणाली का विचार, जिससे कैदियों पर बिना उनके ज्ञान के निगरानी रखी जा सके।

 

 

5. लोकतंत्र और स्वतंत्रता – वे समाज में अधिक लोकतंत्र, स्वतंत्रता और समानता के पक्षधर थे।

 

 

 

उनकी विचारधारा को बाद में जॉन स्टुअर्ट मिल (John Stuart Mill) ने आगे बढ़ाया और इसका और विस्तार किया।

 

 

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