🌍 आज पृथ्वी अपहेलियन पर: जानिए 3 जुलाई का खगोलीय महत्व
क्या आप जानते हैं कि हर साल जुलाई की शुरुआत में पृथ्वी अपनी कक्षा में सूरज से सबसे दूर चली जाती है? इस खगोलीय घटना को अपहेलियन (Aphelion) कहा जाता है। इस साल 3 जुलाई 2025 को पृथ्वी अपहेलियन के करीब है। आइए विस्तार से समझते हैं कि अपहेलियन क्या है, इसका हमारे मौसम पर क्या असर पड़ता है, और यह क्यों महत्वपूर्ण है।
🔭 अपहेलियन क्या होता है?
अपहेलियन शब्द दो ग्रीक शब्दों से मिलकर बना है — Apo (दूर) और Helios (सूर्य)। इसका मतलब है “सूरज से सबसे दूर का बिंदु”। पृथ्वी की कक्षा पूरी तरह गोल नहीं बल्कि अंडाकार (Elliptical) है, इसलिए हर साल एक समय ऐसा आता है जब पृथ्वी सूरज से सबसे दूर होती है (अपहेलियन) और एक समय सबसे पास (पेरिहेलियन)।
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अपहेलियन: सूरज से सबसे अधिक दूरी (~152.1 मिलियन किलोमीटर)।
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पेरिहेलियन: सूरज से सबसे कम दूरी (~147.1 मिलियन किलोमीटर) — यह हर साल लगभग 3-5 जनवरी को आता है।
🌡️ क्या अपहेलियन का मौसम पर कोई असर पड़ता है?
आम सोच यह होती है कि सूरज से दूरी बढ़ने पर पृथ्वी पर ठंड होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता। दरअसल, पृथ्वी पर मौसम सूर्य से दूरी के कारण नहीं, बल्कि अक्षीय झुकाव (Axial Tilt – 23.5°) के कारण बदलते हैं।
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उत्तरी गोलार्ध (Northern Hemisphere): जुलाई में गर्मी इसलिए होती है क्योंकि इस समय उत्तर गोलार्ध सूरज की तरफ झुका होता है, इसलिए दिन लंबे और सूरज की किरणें सीधी पड़ती हैं।
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दक्षिणी गोलार्ध (Southern Hemisphere): वहाँ इस समय सर्दी होती है क्योंकि दक्षिणी भाग सूरज से दूर झुका होता है, दिन छोटे और सूरज की किरणें तिरछी पड़ती हैं।
इसलिए भले ही पृथ्वी अपहेलियन पर सूरज से सबसे दूर हो, फिर भी उत्तरी गोलार्ध में गर्मी चरम पर होती है!
🌌 अपहेलियन और पेरिहेलियन का महत्व
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ये घटनाएँ यह दिखाती हैं कि पृथ्वी की कक्षा पूरी तरह गोल नहीं है, बल्कि हल्की अंडाकार है।
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सूरज के चारों ओर ग्रहों की अंडाकार कक्षा की खोज सबसे पहले योहान्स केपलर (Johannes Kepler) ने की थी।
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अपहेलियन और पेरिहेलियन जैसे खगोलीय बिंदु खगोल विज्ञान (Astronomy) और भूविज्ञान (Geoscience) के अध्ययन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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हालांकि पृथ्वी के तापमान में 2-3 डिग्री का सालाना अंतर आता है, लेकिन यह इतना बड़ा नहीं कि मौसम चक्र में भारी बदलाव लाए।
📅 अपहेलियन कब-कब आता है?
अपहेलियन हर साल लगभग 3 से 6 जुलाई के बीच आता है। इसकी सही तारीख साल-दर-साल थोड़ी बदल सकती है। उदाहरण के लिए:
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2023 में: 6 जुलाई
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2024 में: 5 जुलाई
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2025 में: 3 जुलाई (आज!)
📝 निष्कर्ष
अपहेलियन एक रोमांचक खगोलीय घटना है, जो हमें सौरमंडल की बारीकियों को समझने में मदद करती है। यह हमें यह भी याद दिलाती है कि पृथ्वी और सूरज के बीच की दूरी बदलती रहती है, लेकिन हमारे मौसम का सीधा कारण केवल यह दूरी नहीं, बल्कि पृथ्वी का झुकाव होता है।
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