मध्यकालीन भारत का इतिहास (Medieval History of India)
मध्यकालीन भारत का इतिहास लगभग 700 ईस्वी से 1700 ईस्वी तक माना जाता है। इसे दो भागों में बाँटा जाता है:
- प्रारंभिक मध्यकाल (Early Medieval Period) – 700 से 1200 ई.
- उत्तर मध्यकाल (Later Medieval Period) – 1200 से 1700 ई.
1. प्रारंभिक मध्यकाल (700-1200 ई.)
इस समय भारत में कई शक्तिशाली राजवंशों का उत्थान हुआ।
✔ राजपूत काल (700-1200 ई.)
- हर्षवर्धन के बाद भारत में कई छोटे-छोटे राज्यों का उदय हुआ, जिन्हें राजपूत राज्य कहा जाता है।
- प्रमुख राजपूत वंश:
- गुर्जर-प्रतिहार वंश (राजस्थान और मध्य भारत)
- पाला वंश (बंगाल और बिहार)
- राष्ट्रकूट वंश (दक्षिण भारत)
- चोल वंश (तमिलनाडु)
- चालुक्य और होयसल वंश (कर्नाटक)
🔹 राजपूतों की विशेषताएँ
- वीरता और युद्ध कौशल के लिए प्रसिद्ध थे।
- प्रमुख राजा: पृथ्वीराज चौहान, जिन्होंने मोहम्मद गौरी से संघर्ष किया।
- सामाजिक रूप से जाति व्यवस्था और स्त्रियों की स्थिति कमजोर हुई।
2. उत्तर मध्यकाल (1200-1700 ई.) – मुस्लिम शासन
✔ दिल्ली सल्तनत (1206-1526 ई.)
मोहम्मद गोरी ने 1192 में तराइन के द्वितीय युद्ध में पृथ्वीराज चौहान को हराया और भारत में मुस्लिम शासन की नींव रखी।
दिल्ली सल्तनत के पाँच वंश:
- गुलाम वंश (1206-1290) – कुतुबुद्दीन ऐबक, इल्तुतमिश, रज़िया सुल्तान और बलबन।
- खिलजी वंश (1290-1320) – अलाउद्दीन खिलजी (मंगोल आक्रमण को रोका, दक्षिण भारत में विजय)।
- तुगलक वंश (1320-1414) – मुहम्मद बिन तुगलक (राजधानी परिवर्तन), फिरोजशाह तुगलक (सार्वजनिक निर्माण)।
- सैयद वंश (1414-1451) – कमजोर शासक, अफगान प्रभाव बढ़ा।
- लोदी वंश (1451-1526) – इब्राहिम लोदी को बाबर ने पानीपत के प्रथम युद्ध (1526) में हराया।
🔹 दिल्ली सल्तनत की विशेषताएँ:
- सुल्तानों ने प्रशासन में इक़्तादारी प्रणाली चलाई।
- मदरसों और मस्जिदों का निर्माण हुआ।
- हिंदू और मुस्लिम संस्कृतियों का मिश्रण शुरू हुआ।
✔ मुगल साम्राज्य (1526-1707 ई.)
बाबर ने 1526 में पानीपत का प्रथम युद्ध जीतकर मुगल साम्राज्य की नींव रखी।
- बाबर (1526-1530) – पानीपत की लड़ाई, राणा सांगा से संघर्ष।
- हुमायूँ (1530-1556) – शेरशाह सूरी ने हराया, बाद में पुनः सत्ता हासिल की।
- अकबर (1556-1605) – सबसे महान मुगल सम्राट, सुलह-कुल नीति, दीन-ए-इलाही, नवरत्न।
- जहाँगीर (1605-1627) – न्यायप्रिय, नूरजहाँ का प्रभाव।
- शाहजहाँ (1628-1658) – ताजमहल, कला और स्थापत्य का स्वर्ण युग।
- औरंगजेब (1658-1707) – कट्टर शासक, दक्षिण भारत में युद्धों से मुगल साम्राज्य कमजोर हुआ।
🔹 मुगल साम्राज्य की विशेषताएँ:
- मंसबदारी व्यवस्था (प्रशासनिक पद वितरण)।
- राजपूतों और हिंदू राजाओं से मित्रता (अकबर ने जोधाबाई से विवाह किया)।
- नई स्थापत्य कला (लाल किला, ताजमहल, जामा मस्जिद)।
- औरंगजेब की कठोर नीतियों से साम्राज्य कमजोर हुआ।
✔ मराठा और अन्य शक्तियाँ (1700-1750)
- शिवाजी ने मराठा साम्राज्य की नींव रखी।
- औरंगजेब की मृत्यु के बाद मुगलों की शक्ति क्षीण हो गई और ब्रिटिश व फ्रेंच प्रभाव बढ़ने लगा।
निष्कर्ष
मध्यकालीन भारत में राजपूतों, दिल्ली सल्तनत और मुगलों का शासन महत्वपूर्ण रहा। इस काल में भारतीय कला, संस्कृति और प्रशासन में बड़े बदलाव हुए। यह दौर मुस्लिम और हिंदू संस्कृतियों के मेल का समय था, जिसने भारत के सामाजिक ताने-बाने को नया रूप दिया।
मध्यकालीन इतिहास (Medieval History) का चार्ट इस प्रकार हो सकता है:
📜 भारतीय मध्यकालीन इतिहास (750 ई. – 1857 ई.)
1️⃣ प्रारंभिक मध्यकाल (750 – 1206 ई.)
(क) राजपूत वंश (750 – 1206 ई.)
- प्रतिहार वंश (8वीं – 11वीं शताब्दी)
- पाल वंश (8वीं – 12वीं शताब्दी)
- राष्ट्रकूट वंश (8वीं – 10वीं शताब्दी)
- चोल वंश (9वीं – 13वीं शताब्दी)
- चालुक्य वंश (10वीं – 12वीं शताब्दी)
(ख) तुर्क आक्रमण (1000 – 1206 ई.)
- महमूद ग़ज़नवी (1000 – 1027 ई.)
- मोहम्मद ग़ोरी (1175 – 1206 ई.)
2️⃣ दिल्ली सल्तनत (1206 – 1526 ई.)
- ग़ुलाम वंश (1206 – 1290 ई.)
- ख़िलजी वंश (1290 – 1320 ई.)
- तुगलक़ वंश (1320 – 1414 ई.)
- सैय्यद वंश (1414 – 1451 ई.)
- लोदी वंश (1451 – 1526 ई.)
3️⃣ मुगल काल (1526 – 1857 ई.)
- बाबर (1526 – 1530 ई.)
- हुमायूँ (1530 – 1540 एवं 1555 – 1556 ई.)
- शेरशाह सूरी (1540 – 1545 ई.)
- अकबर (1556 – 1605 ई.)
- जहाँगीर (1605 – 1627 ई.)
- शाहजहाँ (1628 – 1658 ई.)
- औरंगज़ेब (1658 – 1707 ई.)
- कमजोर मुगल शासक (1707 – 1857 ई.)
4️⃣ अन्य प्रमुख शक्तियाँ (1707 – 1857 ई.)
- मराठा साम्राज्य
- सिख साम्राज्य
- बंगाल, अवध और हैदराबाद की रियासतें
5️⃣ ब्रिटिश शासन की स्थापना (1757 – 1857 ई.)
- प्लासी का युद्ध (1757)
- बक्सर का युद्ध (1764)
- 1857 की क्रांति