मध्य प्रदेश का इतिहास
समृद्ध और विविधतापूर्ण है। इसे प्राचीन काल से लेकर आधुनिक समय तक कई महत्वपूर्ण राजवंशों और घटनाओं ने प्रभावित किया है।
प्राचीन काल
- प्रागैतिहासिक काल – मध्य प्रदेश में भीमबेटका की गुफाएँ (UNESCO विश्व धरोहर स्थल) प्रागैतिहासिक मानव सभ्यता के प्रमाण देती हैं।
- वैदिक काल – यह क्षेत्र मालवा, अवंती, और दाशार्ण जैसे महाजनपदों का केंद्र था।
- मौर्य एवं गुप्त काल – चंद्रगुप्त मौर्य और अशोक के शासनकाल में यह क्षेत्र मौर्य साम्राज्य का हिस्सा था। बाद में, गुप्त वंश के दौरान इसे स्वर्ण युग माना गया।
- कला और संस्कृति – साँची के स्तूप (अशोक द्वारा निर्मित) और उज्जैन का धार्मिक महत्व इस काल में उभरकर आया।
मध्यकालीन इतिहास
- राजपूत वंश – 9वीं से 13वीं शताब्दी तक परमार, चंदेल, गोंड, और बुंदेला शासकों का शासन रहा।
- खजुराहो मंदिर – 10वीं-11वीं शताब्दी में चंदेल वंश द्वारा निर्मित ये मंदिर विश्व धरोहर स्थल हैं।
- दिल्ली सल्तनत एवं मुगलों का शासन – 13वीं शताब्दी में दिल्ली सल्तनत ने मालवा पर अधिकार कर लिया। बाद में अकबर ने इसे मुगल साम्राज्य में मिला लिया।
- गोंडवाना राज्य – रानी दुर्गावती गोंडवाना राज्य की प्रसिद्ध शासक थीं, जिन्होंने मुगलों के खिलाफ वीरतापूर्वक संघर्ष किया।
आधुनिक इतिहास
- मराठों का शासन – 18वीं शताब्दी में मराठों ने इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया और इसे कई भागों में विभाजित किया।
- ब्रिटिश शासन – 1818 के बाद, यह क्षेत्र अंग्रेजों के अधीन आ गया और कई रियासतें (ग्वालियर, भोपाल, इंदौर आदि) अस्तित्व में आईं।
- 1857 का विद्रोह – मध्य प्रदेश (झाँसी, सागर, जबलपुर) में इस विद्रोह की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिसमें तात्या टोपे, झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई, और अन्य वीरों ने भाग लिया।
- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम – महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन और सविनय अवज्ञा आंदोलन में प्रदेश के लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
स्वतंत्रता के बाद
- 1950 में मध्य प्रदेश एक राज्य बना, लेकिन इसमें वर्तमान छत्तीसगढ़ भी शामिल था।
- 1956 में राज्यों के पुनर्गठन के तहत इसकी सीमाओं को नया रूप दिया गया।
- 2000 में छत्तीसगढ़ को अलग कर नया राज्य बना दिया गया।
महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल
- भीमबेटका गुफाएँ – प्रागैतिहासिक चित्रों के लिए प्रसिद्ध।
- साँची स्तूप – बौद्ध धर्म से संबंधित ऐतिहासिक स्थल।
- खजुराहो मंदिर – अपनी उत्कृष्ट मूर्तिकला के लिए प्रसिद्ध।
- ग्वालियर किला – मध्यकालीन स्थापत्य कला का बेहतरीन उदाहरण।