मध्य प्रदेश का गठन – विस्तृत जानकारी

मध्य प्रदेश का गठन – विस्तृत जानकारी

 

1. गठन से पहले की स्थिति

 

भारत की स्वतंत्रता से पहले, वर्तमान मध्य प्रदेश का क्षेत्र ब्रिटिश भारत और कई रियासतों (Princely States) में विभाजित था। इस क्षेत्र में मुख्य रूप से मध्य भारत एजेंसी, बरार, भोपाल, ग्वालियर, रीवा और महाकौशल क्षेत्र शामिल थे।

 

 

 

2. मध्य प्रदेश का निर्माण (1950)

 

26 जनवरी 1950 को भारतीय गणराज्य बनने के बाद, मध्य प्रदेश को एक राज्य के रूप में गठित किया गया।

 

उस समय इसकी राजधानी नागपुर थी।

 

यह CP & Berar (Central Provinces and Berar) के नाम से जाना जाता था।

 

 

 

 

3. मध्य प्रदेश का पुनर्गठन (1956)

 

1956 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम (States Reorganization Act, 1956) के तहत बड़े पैमाने पर राज्यों की सीमाओं में बदलाव किए गए।

 

1956 में हुए प्रमुख बदलाव:

✔ मध्य भारत, विंध्य प्रदेश और भोपाल को मिलाकर मध्य प्रदेश का गठन किया गया।

✔ नागपुर और विदर्भ क्षेत्र को मध्य प्रदेश से हटाकर महाराष्ट्र में मिला दिया गया।

✔ राज्य की नई राजधानी “भोपाल” बनी।

 

 

 

4. छत्तीसगढ़ का अलग होना (2000)

 

1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ को एक अलग राज्य बना दिया गया।

 

छत्तीसगढ़ क्षेत्र पहले मध्य प्रदेश का हिस्सा था, लेकिन इसकी भाषा, संस्कृति और आर्थिक स्थिति अलग थी, इसलिए इसे अलग राज्य बनाया गया।

 

 

 

 

5. वर्तमान मध्य प्रदेश

 

✔ गठन की तारीख: 1 नवंबर 1956

✔ राजधानी: भोपाल

✔ कुल जिले: 55 (वर्तमान में जिलों की संख्या बदल सकती है)

✔ क्षेत्रफल: 308,252 वर्ग किमी (भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य)

✔ मुख्य भाषा: हिंदी

 

 

 

निष्कर्ष

 

मध्य प्रदेश का गठन 1956 में कई राज्यों को मिलाकर किया गया, और 2000 में छत्तीसगढ़ के अलग होने के बाद इसका वर्तमान स्वरूप बना। यह राज्य ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक रूप से बहुत समृद्ध है और इसे भारत का “हृदय प्रदेश” (Heart of India) भी कहा जाता है।

 

 

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