हिंदी

हिंदी विषय के प्रमुख भाग

1. हिंदी साहित्य (Hindi Literature)

➤ प्राचीन हिंदी साहित्य (10वीं – 14वीं शताब्दी)

  • वीरगाथा काल (आदिकाल) – पृथ्वीराज रासो (चंदबरदाई), आल्हा खंड आदि।
  • भक्तिकाल (14वीं – 17वीं शताब्दी) – तुलसीदास, कबीर, सूरदास, मीरा बाई, रहीम, रसखान।

➤ रीतिकाल (17वीं – 19वीं शताब्दी)

  • शृंगार रस और नायिका भेद का साहित्य – बिहारी, केशवदास, घनानंद।

➤ आधुनिक हिंदी साहित्य (19वीं शताब्दी – वर्तमान)

  • भारतेन्दु युग (1850-1900) – भारतेंदु हरिश्चंद्र, प्रतापनारायण मिश्र।
  • द्विवेदी युग (1900-1920) – महावीर प्रसाद द्विवेदी, मैथिलीशरण गुप्त।
  • छायावाद (1918-1936) – जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’।
  • प्रगतिवाद (1936-1950) – नागार्जुन, मुक्तिबोध, सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’।
  • नई कविता और प्रयोगवाद (1950-1980) – शमशेर बहादुर सिंह, केदारनाथ सिंह।
  • समकालीन हिंदी साहित्य (1980 – वर्तमान) – अशोक वाजपेयी, उदय प्रकाश।

2. हिंदी भाषा और व्याकरण (Hindi Grammar)

  • वर्णमाला, संधि, समास।
  • शब्द भेद (सangya, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, अव्यय)।
  • कारक, वाच्य, उपसर्ग, प्रत्यय।
  • मुहावरे और लोकोक्तियाँ।
  • रचनाएँ और अलंकार।

3. हिंदी निबंध लेखन और आलोचना

  • विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक विषयों पर निबंध लेखन।
  • प्रमुख आलोचक – रामचंद्र शुक्ल, हजारीप्रसाद द्विवेदी, नामवर सिंह।

    हिंदी भाषा: 

    हिंदी भाषा विश्व की प्रमुख भाषाओं में से एक है। यह भारत की राजभाषा है और कई देशों में बोली जाती है। आइए हिंदी भाषा के इतिहास, व्याकरण, स्वरूप और विशेषताओं पर विस्तृत रूप से चर्चा करें।

    Table of Contents


    1. हिंदी भाषा का परिचय

    • भाषा परिवार: हिंदी इंडो-आर्यन भाषा परिवार की सदस्य है।
    • लिपि: हिंदी देवनागरी लिपि में लिखी जाती है।
    • राजभाषा: हिंदी 14 सितंबर 1949 को भारत की राजभाषा घोषित हुई, इसलिए इस दिन को “हिंदी दिवस” के रूप में मनाया जाता है।
    • बोलने वालों की संख्या: हिंदी विश्व में तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है (अंग्रेज़ी और मंदारिन के बाद)।
    • भारत के राज्यों में हिंदी: उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तराखंड आदि में मुख्य रूप से हिंदी बोली जाती है।

    2. हिंदी भाषा का इतिहास

    हिंदी भाषा का विकास संस्कृत से हुआ है। इसे विभिन्न कालों में विभाजित किया जाता है:

    ➤ 1. अपभ्रंश (7वीं – 10वीं शताब्दी)

    • संस्कृत और प्राकृत से हिंदी का उदय हुआ।
    • “सरहपा” और “राहुल सांकृत्यायन” की रचनाएँ प्रसिद्ध हैं।

    ➤ 2. आदिकाल या वीरगाथा काल (10वीं – 14वीं शताब्दी)

    • वीर रस प्रधान साहित्य विकसित हुआ।
    • प्रसिद्ध काव्य: पृथ्वीराज रासो (चंदबरदाई)।

    ➤ 3. भक्ति काल (14वीं – 17वीं शताब्दी)

    • हिंदी भाषा में भक्ति आंदोलन का प्रभाव रहा।
    • संत कवि: कबीर, तुलसीदास, सूरदास, मीराबाई।

    ➤ 4. रीतिकाल (17वीं – 19वीं शताब्दी)

    • शृंगार रस और नायिका भेद पर आधारित साहित्य।
    • कवि: बिहारी, केशवदास, भूषण।

    ➤ 5. आधुनिक काल (19वीं शताब्दी – वर्तमान)

    • हिंदी में गद्य साहित्य और पत्रकारिता का विकास हुआ।
    • लेखक: प्रेमचंद, भारतेंदु हरिश्चंद्र, महावीर प्रसाद द्विवेदी, रामचंद्र शुक्ल।

    3. हिंदी भाषा का स्वरूप

    हिंदी भाषा के तीन प्रमुख स्वरूप हैं:

    1. मानक हिंदी – यह शिक्षित वर्ग में उपयोग की जाती है।
    2. हिंदी की बोलियाँ – विभिन्न राज्यों में हिंदी की विभिन्न बोलियाँ प्रचलित हैं।
    3. मिश्रित हिंदी (हिंग्लिश) – आधुनिक युग में अंग्रेज़ी के साथ हिंदी का मिश्रण प्रचलित हो गया है।

    4. हिंदी भाषा की प्रमुख बोलियाँ

    • खड़ी बोली – यह मानक हिंदी का आधार है।
    • ब्रज भाषा – कृष्ण भक्त कवियों ने प्रयोग किया (सूरदास)।
    • अवधी – रामचरितमानस की भाषा (तुलसीदास)।
    • बुंदेली – बुंदेलखंड क्षेत्र में प्रचलित।
    • बघेली – मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बोली जाती है।
    • राजस्थानी – राजस्थान में प्रचलित।
    • हरियाणवी, मैथिली, मगही, भोजपुरी आदि भी हिंदी की बोलियाँ मानी जाती हैं।

    5. हिंदी भाषा का व्याकरण

    ➤ हिंदी वर्णमाला

    1. स्वर (11): अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, अं
    2. व्यंजन (33): क, ख, ग, घ, ङ… च, छ, ज, झ, ञ… त, थ, द, ध, न… प, फ, ब, भ, म…

    ➤ संधि और समास

    • संधि: स्वर संधि, व्यंजन संधि, विसर्ग संधि।
    • समास: तत्पुरुष, द्वंद्व, अव्ययीभाव, बहुव्रीहि।

    ➤ शब्द भेद

    1. संज्ञा: व्यक्ति, स्थान, वस्तु के नाम (जैसे – राम, दिल्ली)।
    2. सर्वनाम: जो संज्ञा के स्थान पर आए (जैसे – मैं, तुम, वह)।
    3. विशेषण: संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताए (जैसे – बड़ा, सुंदर)।
    4. क्रिया: जो किसी कार्य के करने या होने को बताए (जैसे – खाना, लिखना)।

    ➤ वचन और लिंग

    • वचन: एकवचन, बहुवचन।
    • लिंग: पुल्लिंग, स्त्रीलिंग।

    ➤ वाक्य के प्रकार

    1. सरल वाक्य – मैं स्कूल जाता हूँ।
    2. संयुक्त वाक्य – मैं पढ़ता हूँ और खेलता हूँ।
    3. मिश्रित वाक्य – जब मैं घर पहुँचा, तब बारिश हो रही थी।

    6. हिंदी भाषा में लेखन और साहित्य

    ➤ प्रमुख हिंदी गद्य विधाएँ

    • निबंध – रामचंद्र शुक्ल, हजारीप्रसाद द्विवेदी।
    • उपन्यास – प्रेमचंद (गोदान), रेणु (मैला आँचल)।
    • कहानी – प्रेमचंद (पंच परमेश्वर), जयशंकर प्रसाद।
    • नाटक – मोहन राकेश (आषाढ़ का एक दिन)।

    ➤ प्रमुख हिंदी कवि और उनकी रचनाएँ

    • कबीर – साखी, दोहे।
    • तुलसीदास – रामचरितमानस।
    • सूरदास – सूरसागर।
    • जयशंकर प्रसाद – कामायनी।
    • हरिवंश राय बच्चन – मधुशाला।

    7. हिंदी भाषा का वैश्विक प्रभाव

    • हिंदी नेपाल, मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, गुयाना, दक्षिण अफ्रीका, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य देशों में बोली जाती है।
    • संयुक्त राष्ट्र में हिंदी को आधिकारिक भाषा बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
    • गूगल, फेसबुक, व्हाट्सएप जैसी कंपनियाँ हिंदी में सेवाएँ प्रदान कर रही हैं।

    8. हिंदी दिवस और महत्त्व

    • 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।
    • इसका उद्देश्य हिंदी के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना है।
    • 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।

    निष्कर्ष

    हिंदी भारत की आत्मा है। यह केवल एक भाषा नहीं, बल्कि एक संस्कृति, एक पहचान और एक गर्व का प्रतीक है। हिंदी साहित्य, भाषा विज्ञान और वैश्विक प्रभाव इसे दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण भाषाओं में से एक बनाते हैं।

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