सिविल सेवा की रीढ़ – नैतिकता…

सिविल सेवा की रीढ़ – नैतिकता, ईमानदारी और सुशासन का असली अर्थ:-

“Integrity is doing the right thing, even when no one is watching.”
– C.S. Lewis

✍️ भूमिका

जब कोई UPSC aspirant तैयारी शुरू करता है, तो अक्सर GS Paper-IV (Ethics, Integrity and Aptitude) को सबसे अलग और थोड़ा अजीब पाता है।
लेकिन जैसे-जैसे विषय समझ में आता है, ये साफ़ हो जाता है कि Ethics पेपर सिर्फ एक पेपर नहीं है, ये अफसर बनने की परीक्षा का दिल है

यह पेपर UPSC के नजरिए से यह देखता है कि आप एक इंसान के तौर पर कितने नैतिक, ईमानदार और संवेदनशील हैं।

🌱 नैतिकता क्या है?

Ethics का सरल अर्थ है — “क्या सही है और क्या गलत” की पहचान और हर परिस्थिति में सही का चुनाव।

नैतिकता वह आधार है जो एक सिविल सेवक को आम व्यक्ति से अलग बनाती है।
कई बार आपको नियम, व्यक्तिगत भावनाओं और सार्वजनिक हित के बीच संतुलन बनाना होता है।
यही सच्ची नैतिक समझ की मांग करता है।

💎 ईमानदारी और सत्यनिष्ठा (Honesty & Integrity)

Ethics GS4 UPSC paper with values, integrity and case studies"
“GS4 Ethics UPSC preparation image for 2025”

UPSC के लिए एक सच्चा अफसर वह होता है जो:

  • बिना किसी स्वार्थ या डर के निर्णय ले

  • सच बोलने का साहस रखता हो

  • जनता और संविधान के प्रति जवाबदेह हो

एक अफसर अगर अपनी Integrity बरकरार रखता है, तो वह समाज में विश्वास और न्याय की भावना को मजबूत करता है।

📌 जैसे: Lal Bahadur Shastri जी ने रेलवे दुर्घटना के बाद बिना झिझक इस्तीफा दिया – यही थी व्यक्तिगत और प्रशासनिक नैतिकता।

🏛️ सुशासन: नैतिकता का व्यावहारिक रूप

Ethics पेपर का मूल लक्ष्य है — Good Governance को समझना।

सुशासन में निम्न बातें शामिल होती हैं:

  • ✅ पारदर्शिता (Transparency)

  • ✅ जवाबदेही (Accountability)

  • ✅ सहभागिता (Participation)

  • ✅ प्रभावशीलता (Effectiveness)

  • ✅ कानून का राज (Rule of Law)

एक नैतिक अफसर ही इन गुणों को अपने काम में उतार सकता हैभूति और भावनात्मक बुद्धिमत्ता

आज की प्रशासनिक दुनिया में सिर्फ कानून और दंड से समाज नहीं चलता।
एक अफसर को जनता के दुख-दर्द को महसूस करना चाहिए — यही होती है Empathy

🧠 साथ ही, उसे अपने भावनाओं पर नियंत्रण और दूसरों की भावनाओं को समझने की Emotional Intelligence होनी चाहिए।

📌 उदाहरण: अगर कोई गरीब महिला मदद के लिए आपके ऑफिस आए और उसकी समस्या नियमों से थोड़ी बाहर हो —
क्या आप सिर्फ कागज़ देखेंगे या इंसानियत?

📚 प्रशासनिक नैतिकता (Administrative Ethics)

Ethics पेपर का एक महत्वपूर्ण भाग है — Public Administration में नैतिक मूल्य
इसमें शामिल हैं:

  • आचार संहिता (Code of Conduct)

  • शक्ति का दुरुपयोग रोकना

  • हितों का टकराव (Conflict of Interest)

  • पारदर्शिता और जनहित में निर्णय लेना

  • लोक सेवा भावना (Spirit of Public Service)

📦 केस स्टडीज़ – सोच, समझ और संतुलन

Ethics पेपर में 6–8 केस स्टडीज दी जाती हैं जो एक अफसर की व्यवहारिक सोच को परखती हैं।

🔍 उदाहरण:

“आप एक जिलाधिकारी हैं। एक धार्मिक आयोजन बिना अनुमति के हो रहा है। रोकने पर तनाव हो सकता है। क्या करेंगे?”

यहाँ सही उत्तर न तो नियमों का अंधानुकरण होगा, न ही भीड़ के दबाव में झुकना –
बल्कि संतुलन, संवेदनशीलता, और नैतिक साहस का प्रदर्शन होगा।

🧾 निष्कर्ष

Ethics पेपर सिर्फ UPSC की परीक्षा के लिए नहीं है, बल्कि ये आपको सिखाता है अच्छा इंसान और जिम्मेदार अफसर कैसे बनें

अगर आप इसे सिर्फ अंक लाने की दृष्टि से नहीं, बल्कि एक जीवन-मूल्य के रूप में समझते हैं, तो यही विषय आपको
IAS/IPS नहीं, बल्कि एक सच्चा लोकसेवक बनाएगा।

नैतिक द्वंद्व: प्रशासनिक सेवा में निर्णय और उत्तरदायित्व

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