डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) – भारत का नया वैश्विक नेतृत्व मॉडल
🔹 परिचय
भारत का डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) मॉडल – जैसे UPI, Aadhaar, CoWIN, ONDC, और DigiLocker – अब दुनिया भर में चर्चा का विषय है। हाल ही में हुए G20, World Bank और Davos 2025 जैसे मंचों पर भारत के DPI को एक “ग्लोबल डिजिटल पब्लिक गुड” के रूप में सराहा गया।
Table of Contents
Toggleयह विषय UPSC GS-2 (Governance), GS-3 (Technology), Essay, और Interview में आने की पूरी संभावना रखता है।
🔹 भारत का DPI मॉडल क्या है?
DPI का मतलब है – ऐसी टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर जो आम जनता को सरकारी व निजी डिजिटल सेवाओं तक सुलभ, सस्ता और सुरक्षित पहुँच देती है।
भारत में प्रमुख DPI उदाहरण:
प्लेटफ़ॉर्म | उपयोग |
---|---|
Aadhaar | डिजिटल पहचान |
UPI | डिजिटल भुगतान क्रांति |
DigiLocker | दस्तावेज़ों का डिजिटल भंडारण |
CoWIN | टीकाकरण प्रबंधन |
ONDC | ई-कॉमर्स का लोकतंत्रीकरण |

आधार से लेकर UPI और ONDC तक – भारत का DPI मॉडल बन रहा है पूरी दुनिया के लिए उदाहरण।
🔹 2025 की ताज़ा घटनाएं
-
ONDC (Open Network for Digital Commerce) ने 2025 में 100+ शहरों में अमेज़न–फ्लिपकार्ट को टक्कर देना शुरू कर दिया है।
-
UPI अब UAE, सिंगापुर, फ्रांस, श्रीलंका में स्वीकार किया जा रहा है – ये भारत की फिनटेक डिप्लोमेसी का हिस्सा है।
-
DPI एक्सपोर्ट मॉडल के लिए भारत ने अफ्रीका और दक्षिण एशिया के देशों के साथ MoU साइन किए हैं।
🔹 UPSC दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बिंदु
📌 GS Paper 2:
-
ई-गवर्नेंस, नागरिक सेवाओं की सुलभता
-
डिजिटल समावेशन (Digital Inclusion)
-
अंतरराष्ट्रीय संबंधों में टेक्नोलॉजी डिप्लोमेसी
📌 GS Paper 3:
-
साइबर सुरक्षा
-
डिजिटल अर्थव्यवस्था
-
Innovation & Startup Ecosystem
📌 Essay/Interview:
-
“India’s Digital Model for the World”
-
“Technology as an Equalizer in Democracy”
-
“How India’s Digital Infrastructure is Empowering the Bottom Billion”
🔹 चुनौतियां भी समझें (Answer Enrichment के लिए)
-
Digital Divide: ग्रामीण-शहरी अंतर
-
Data Privacy Laws का अभाव
-
Cyber Security Threats की बढ़ती घटनाएं
-
Platform Monopoly vs Open Access (ONDC vs Amazon debate)
🔹 निष्कर्ष
भारत का DPI अब केवल एक घरेलू नीति नहीं, बल्कि एक ग्लोबल विजन बन चुका है। आने वाले वर्षों में यह विषय भारत की डिजिटल डिप्लोमेसी, गवर्नेंस मॉडल, और फिनटेक लीडरशिप का आधार बनेगा। UPSC अभ्यर्थियों को इस पर मजबूत पकड़ बनानी चाहिए