Artificial Intelligence in India – Bharat GPT और Generative AI का बढ़ता प्रभाव (2025)
परिचय
दुनिया आज चौथी औद्योगिक क्रांति (Fourth Industrial Revolution) के दौर से गुजर रही है और इसमें Artificial Intelligence (AI) सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरा है। अमेरिका और चीन की तरह भारत ने भी इस क्षेत्र में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। 2025 में भारत ने अपना खुद का Bharat GPT (Generative Pre-Trained Transformer) लॉन्च किया है, जो पूरी तरह भारतीय भाषाओं और भारतीय संदर्भों पर आधारित है।
AI अब सिर्फ टेक कंपनियों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्त, ई-कॉमर्स, प्रशासन और कानून तक पहुँच चुका है।
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भारत में AI का विकास – एक झलक
भारत ने 2018 में National AI Strategy की शुरुआत की।
2023 में सरकार ने IndiaAI Mission लॉन्च किया।
2025 में Bharat GPT लॉन्च होकर भारत को AI Superpower Club में शामिल कर चुका है।
भारत की कंपनियाँ (Infosys, TCS, Wipro, HCL, Reliance Jio, Ola Electric, आदि) AI पर अरबों रुपये का निवेश कर रही हैं।
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Bharat GPT – क्या है और क्यों खास है?
1. भारतीय भाषाओं पर आधारित – हिंदी, तमिल, बंगाली, मराठी सहित 12 प्रमुख भाषाओं में ट्रेन्ड।
2. स्वदेशी तकनीक – इसे भारतीय शोध संस्थानों (IITs, IIITs, IISc) और स्टार्टअप्स ने मिलकर विकसित किया।
3. सरकारी सेवाओं के लिए उपयोगी – Digital India, e-Governance और Jan Bhagidari (जनभागीदारी) कार्यक्रमों में प्रयोग।
4. कृषि और शिक्षा में मददगार – किसानों को फसल सलाह और छात्रों को स्मार्ट लर्निंग टूल्स उपलब्ध कराना।
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AI के उपयोग के क्षेत्र
1. कृषि (AgriTech):
मौसम पूर्वानुमान, स्मार्ट सिंचाई, कीट नियंत्रण।
Bharat GPT आधारित चैटबॉट किसानों की स्थानीय भाषा में मदद।
2. स्वास्थ्य (HealthTech):
रोग पहचान में AI डायग्नोस्टिक टूल्स।
Telemedicine और Robotics Surgery।
3. शिक्षा (EdTech):
Personalized Learning Apps।
AI आधारित परीक्षा तैयारी टूल्स (UPSC, SSC, NEET आदि)।
4. वित्त (FinTech):
Fraud Detection, Credit Scoring।
Digital Banking और UPI Security।
5. शासन (Governance):
स्मार्ट शहरों के लिए Surveillance & Traffic Management।
e-Court और Online Grievance Redressal।
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भारत में AI का आर्थिक प्रभाव
NASSCOM के अनुसार, 2025 तक AI भारत की GDP में $500 Billion+ का योगदान कर सकता है।
भारत में AI से 2.5 मिलियन नई नौकरियाँ बनने की संभावना है।
Startups और Unicorn कंपनियों का नया दौर शुरू होगा।
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चुनौतियाँ
डेटा गोपनीयता (Data Privacy): AI में पर्सनल डेटा के दुरुपयोग का खतरा।
बेरोज़गारी का डर: ऑटोमेशन के कारण कई पारंपरिक नौकरियाँ खतरे में।
डिजिटल डिवाइड: ग्रामीण और शहरी भारत में तकनीकी असमानता।
नियमन (Regulation): AI के लिए मजबूत कानून की जरूरत।
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भविष्य की संभावनाएँ
भारत AI Hub of the Global South बन सकता है।
Bharat GPT और स्थानीय AI मॉडल्स ग्रामीण भारत को डिजिटल रूप से जोड़ेंगे।
शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासन में AI का समावेश भारत की Ease of Living Index को बेहतर बनाएगा।
यदि भारत Ethical AI (नैतिक AI) पर ध्यान देता है, तो वह चीन और अमेरिका का मजबूत विकल्प बन सकता है।
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निष्कर्ष
Artificial Intelligence और Bharat GPT भारत के लिए तकनीकी आत्मनिर्भरता (Tech Self-Reliance) का नया अध्याय है। AI न केवल रोजगार और नवाचार का स्रोत बनेगा, बल्कि यह भारत को विश्व में Digital Superpower बनाने में भी मदद करेगा।
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📌 GK Practice Questions (Exam-Oriented)
Q1. Bharat GPT किस वर्ष लॉन्च किया गया?
👉 2025
Q2. Bharat GPT कितनी भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है?
👉 12 प्रमुख भाषाओं में
Q3. AI India Mission कब शुरू हुआ?
👉 2023
Q4. AI भारत की GDP में 2025 तक कितना योगदान कर सकता है?
👉 $500 Billion+
Q5. AI के नियमन से जुड़ी सबसे बड़ी चुनौती क्या है?
👉 Data Privacy और Ethical Use
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