DNA क्या है? कार्य एवं संरचना

🧬 DNA क्या है? कार्य, संरचना और UPSC परीक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण तथ्य     —   🔰 परिचय   DNA, जिसे Deoxyribonucleic Acid कहते हैं, सभी जीवों की आनुवंशिक जानकारी को वहन करने वाला अणु है। यह जीवों की बनावट, कार्य और विकास को नियंत्रित करता है। UPSC, SSC, और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में … Read more

वनों का क्षरण (Forest Degradation)

🌱 वनों का क्षरण (Forest Degradation): कारण, प्रभाव और संरक्षण प्रयास – UPSC दृष्टिकोण     —   🔰 परिचय   वन पृथ्वी के “फेफड़े” कहे जाते हैं। ये न केवल कार्बन डाइऑक्साइड सोखते हैं बल्कि जैव विविधता, वर्षा और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। हालांकि, लगातार बढ़ते वनों का क्षरण … Read more

भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का संक्षिप्त इतिहास

भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का संक्षिप्त इतिहास – UPSC के लिए महत्वपूर्ण तथ्य   परिचय:-   भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन भारत को अंग्रेज़ी शासन से स्वतंत्र कराने के लिए किया गया एक सदी से अधिक लंबा संघर्ष था। यह UPSC CSE, State PCS, NDA, CDS जैसी परीक्षाओं में सबसे ज़्यादा पूछे जाने वाले विषयों में से एक … Read more

चंद्रयान-3 की सफलता भारत की अंतरिक्ष शक्ति

🌐 चंद्रयान-3 की सफलता और भारत की अंतरिक्ष शक्ति – UPSC GK और करेंट अफेयर्स में एक ऐतिहासिक उपलब्धि     —   🔰 परिचय   चंद्रयान-3 भारत का तीसरा चंद्र मिशन है, जिसे 14 जुलाई 2023 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया और 23 अगस्त 2023 को इसकी लैंडिंग सफल रही। इसने भारत को दुनिया … Read more

भारतीय संविधान की विशेषताएँ

🏛️ Title: भारतीय संविधान की विशेषताएँi (Salient Features of the Indian Constitution) – UPSC GK के लिए सम्पूर्ण लेख   🔰 परिचय   भारतीय संविधान विश्व का सबसे लंबा लिखित संविधान है, जिसे 26 नवम्बर 1949 को स्वीकार किया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। यह संविधान भारतीय लोकतंत्र की नींव है … Read more

भारत की प्रमुख झीलें

भारत की प्रमुख झीलें   🔰 परिचय भारत विविध भौगोलिक विशेषताओं से भरपूर देश है, जहां नदियों, पर्वतों और घाटियों के साथ-साथ सुंदर व उपयोगी झीलें भी देखने को मिलती हैं।   🏞️ झीलों के प्रकार (Types of Lakes in India)   भारत में झीलों को मुख्यतः निम्नलिखित प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है: … Read more

जाति व्यवस्था का विश्लेषण

भारतीय समाज में जाति व्यवस्था: उत्पत्ति, परिवर्तन और समकालीन संदर्भ”   🔹 परिचय   भारतीय समाज में जाति व्यवस्था एक प्राचीन सामाजिक ढांचा है जो हजारों वर्षों से अस्तित्व में है। यह न केवल सामाजिक संरचना का हिस्सा रहा है, बल्कि राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को भी गहराई से प्रभावित करता रहा है। UPSC … Read more

भारत की सेमीकंडक्टर क्रांति – 2025 विश्लेषण

भारत में सेमीकंडक्टर क्रांति: आत्मनिर्भरता की दिशा में एक कदम”   🔹 परिचय   सेमीकंडक्टर (Semiconductor) आज के डिजिटल युग की रीढ़ हैं — मोबाइल, लैपटॉप, कार, रक्षा उपकरण से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक सबमें इनका उपयोग होता है। भारत में इनकी भारी मांग है, लेकिन उत्पादन लगभग शून्य रहा है। इसी कमी को पूरा … Read more

Digital India की सफलता और चुनौतियाँ: एक इंफ्लुएंस

Digital India की सफलता और चुनौतियाँ: एक इंफ्लुएंस UPSC   🔹 परिचय   Digital India एक महत्वाकांक्षी पहल है जिसका उद्देश्य भारत को डिजिटली सक्षम, समावेशी और तकनीकी रूप से सशक्त राष्ट्र बनाना है। 2015 में शुरू हुई यह योजना पाँच मुख्य स्तंभों – डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, ई‑गवर्नेंस, डिजिटल सेवाएँ, डिजिटल साक्षरता, और मुद्रा को डिजिटल … Read more

वन नेशन, वन इलेक्शन (एक राष्ट्र, एक चुनाव) – UPSC के लिए एक विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण

वन नेशन, वन इलेक्शन (एक राष्ट्र, एक चुनाव) – UPSC के लिए एक विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण

 

परिचय:

“वन नेशन, वन इलेक्शन” यानी एक राष्ट्र, एक चुनाव की संकल्पना भारत की राजनीति में एक बार फिर चर्चा का विषय बनी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीति आयोग द्वारा इस पर जोर दिए जाने के बाद यह विषय संविधान, लोकतंत्र, संघवाद, चुनाव सुधार जैसे UPSC के कई पेपरों में प्रासंगिक हो गया है।

 

 

 

क्या है ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’?

 

इस विचार के तहत लोकसभा और सभी राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की बात की जाती है। वर्तमान में भारत में लगभग हर साल किसी न किसी राज्य में चुनाव होते हैं जिससे सरकार की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है, खर्च बढ़ता है और प्रशासनिक बोझ बढ़ता है।

 

 

 

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:

 

1951–52 से लेकर 1967 तक, भारत में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव साथ-साथ होते थे।

 

लेकिन 1968–69 में कुछ राज्यों की विधानसभाएं समय से पहले भंग हो गईं, जिससे चक्र टूट गया और अलग-अलग समय पर चुनाव होने लगे।

 

 

 

 

इस प्रणाली के पक्ष में तर्क:

 

1. खर्च में कमी:

बार-बार चुनाव कराने में चुनाव आयोग को भारी धन और संसाधन खर्च करने पड़ते हैं। एक साथ चुनाव से बजट पर बोझ कम होगा।

 

 

2. प्रशासन पर प्रभाव कम:

बार-बार चुनाव होने से प्रशासन, सुरक्षा बल और शिक्षकों को बार-बार चुनाव ड्यूटी पर लगाया जाता है। इससे विकासात्मक कार्यों पर असर पड़ता है।

 

 

3. नीतिगत निर्णयों में स्थिरता:

आचार संहिता लागू होने से विकास योजनाएँ ठप पड़ जाती हैं। एक साथ चुनाव से यह व्यवधान कम होगा।

 

 

4. राजनीतिक फोकस:

लगातार चुनावी राजनीति से हटकर नेता नीतियों और प्रशासन पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।

 

 

 

 

 

इस प्रणाली के विरोध में तर्क:

 

1. संविधानिक जटिलता:

संविधान के अनुच्छेद 83(2), 85, 172, 174 आदि में बदलाव आवश्यक होगा।

राज्यों के अधिकारों में हस्तक्षेप की आशंका है।

 

 

2. संघवाद पर प्रभाव:

भारत एक संघात्मक देश है, जहाँ राज्य सरकारों की स्वतंत्रता है। सब राज्यों को एक ही समय पर चुनाव के लिए बाध्य करना संघीय ढांचे के खिलाफ माना जा सकता है।

 

 

3. लोकतंत्र को नुकसान:

बार-बार चुनाव जनता को सरकार का आकलन करने का अवसर देते हैं। यह अवसर कम हो सकता है।

 

 

4. अन्य व्यावहारिक दिक्कतें:

यदि किसी राज्य की सरकार गिर जाए तो क्या पूरे देश में फिर चुनाव होंगे? क्या राष्ट्रपति शासन की अवधि बढ़ाई जाएगी?

 

 

 

 

 

UPSC के दृष्टिकोण से क्यों महत्वपूर्ण?

 

यह विषय GS Paper II (Governance, Polity) और Essay Paper दोनों में पूछा जा सकता है।

 

यह संविधान, चुनाव आयोग, संघवाद, लोकतंत्र और प्रशासनिक सुधार से जुड़ा विषय है।

 

2024 में इस पर हाई लेवल कमेटी (रामनाथ कोविंद समिति) बनी है, जिससे इसकी प्रासंगिकता और बढ़ गई है।

 

 

 

 

निष्कर्ष:

 

“वन नेशन, वन इलेक्शन” एक अभिनव विचार है, लेकिन इसे लागू करने के लिए संवैधानिक, प्रशासनिक और राजनीतिक सहमति आवश्यक है। लोकतंत्र और संघवाद के बीच संतुलन बनाते हुए ही इसे आगे बढ़ाया जा सकता है।

 

भारत में समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code – UCC): एक समसामयिक विमर्श

Read more

Top 10 Amazing GK Facts You Must Know in 2025 | Daily GK Updates Donald Trump: 47th U.S. President – Journey, Comeback & Controversies (2025) दुनिया के 10 अद्भुत GK Facts | रोचक सामान्य ज्ञान One-Liner GK Questions – 2025 ऑनलाइन गेमिंग और ई-स्पोर्ट्स का भविष्य 2025 | India’s Gaming Revolution