प्रेमचंद की कहानियों में सामाजिक यथार्थ का चित्रण

प्रेमचंद की कहानियों में सामाजिक यथार्थ का चित्रण   परिचय:-   हिंदी कथा साहित्य के विकास में मुंशी प्रेमचंद का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्हें “उपन्यास सम्राट” के रूप में जाना जाता है, लेकिन उनकी कहानियाँ भी साहित्यिक दृष्टि से अत्यंत समृद्ध और प्रभावशाली हैं। प्रेमचंद ने हिंदी कहानी को भावुक आदर्शवाद से निकालकर सामाजिक … Read more

प्राचीन हिंदी साहित्य

प्राचीन हिंदी साहित्य प्राचीन हिंदी साहित्य का विकास मुख्य रूप से 9वीं से 14वीं शताब्दी के बीच हुआ। इस समय हिंदी साहित्य मुख्यतः काव्य रूप में था और इसे तीन प्रमुख धाराओं में विभाजित किया जाता है: अपभ्रंश साहित्य (8वीं-12वीं शताब्दी) वीरगाथा काल (अदिकाल) (10वीं-14वीं शताब्दी) भक्तिकाल (14वीं-17वीं शताब्दी) 1. अपभ्रंश साहित्य (8वीं-12वीं शताब्दी) हिंदी … Read more

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हिंदी विषय के प्रमुख भाग 1. हिंदी साहित्य (Hindi Literature) ➤ प्राचीन हिंदी साहित्य (10वीं – 14वीं शताब्दी) वीरगाथा काल (आदिकाल) – पृथ्वीराज रासो (चंदबरदाई), आल्हा खंड आदि। भक्तिकाल (14वीं – 17वीं शताब्दी) – तुलसीदास, कबीर, सूरदास, मीरा बाई, रहीम, रसखान। ➤ रीतिकाल (17वीं – 19वीं शताब्दी) शृंगार रस और नायिका भेद का साहित्य – … Read more

GK Today – जुलाई 2025 | UPSC/MPPSC के लिए 5 जरूरी One-Liners महात्मा गांधी जी ऋतू परिवर्तन