कला और स्थापत्य: भारतीय संस्कृति की धरोहर
प्रस्तावना
भारत एक ऐसा देश है जिसकी पहचान उसकी विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से होती है। यहाँ की कला (Art) और स्थापत्य (Architecture) न केवल देश के इतिहास को दर्शाते हैं बल्कि भारतीय समाज के मूल्यों, धार्मिक विश्वासों और जीवन शैली को भी प्रकट करते हैं। सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर आधुनिक युग तक भारत में कला और स्थापत्य का निरंतर विकास हुआ है।

कला और स्थापत्य का अर्थ
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कला (Art): मनुष्य की सृजनात्मक अभिव्यक्ति का माध्यम, जिसमें चित्रकला, मूर्तिकला, नृत्य, संगीत, नाट्य और साहित्य सम्मिलित हैं।
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स्थापत्य (Architecture): भवनों, मंदिरों, स्तूपों, मस्जिदों, महलों, किलों और नगरों का शिल्प व निर्माण विज्ञान।
दोनों एक-दूसरे से गहरे जुड़े हैं, क्योंकि स्थापत्य में कला की अभिव्यक्ति होती है और कला स्थापत्य को जीवंत बनाती है।
भारतीय कला और स्थापत्य का विकास
1. सिंधु घाटी सभ्यता (2500 ई.पू.)
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नगर नियोजन: हरप्पा और मोहनजोदड़ो जैसे नगरों में सड़कों की ग्रिड प्रणाली, नालियों का जाल और ईंटों से बने मकान।
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कला: छोटी–छोटी मूर्तियाँ (नृत्य करती नर्तकी की कांस्य मूर्ति, पशु–पक्षियों की मूर्तियाँ), सील (मुहरें) और मिट्टी के खिलौने।
👉 यह भारतीय स्थापत्य की वैज्ञानिकता और कला के सौंदर्यबोध का पहला उदाहरण है।
2. मौर्य काल (321–185 ई.पू.)
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अशोक स्तंभ: जैसे सारनाथ का सिंह स्तंभ (राष्ट्रीय प्रतीक)।
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शिल्प कला: पॉलिश किए हुए पत्थर, गुफाएँ (बराबर पहाड़ी गुफाएँ)।
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बौद्ध स्थापत्य: स्तूप (सांची स्तूप), विहार और चैत्य।
👉 मौर्य काल ने भारतीय स्थापत्य को भव्यता और आध्यात्मिकता दी।
3. गुप्त काल (319–550 ई.)
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इस काल को भारतीय कला और स्थापत्य का स्वर्णयुग कहा जाता है।
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मंदिर स्थापत्य: देवगढ का दशावतार मंदिर (उत्तर भारत का प्रारंभिक मंदिर)।
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भित्ति चित्र: अजंता की गुफाओं की चित्रकला।
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मूर्ति कला: बुद्ध और देवी–देवताओं की प्रतिमाएँ।
4. दक्षिण भारतीय स्थापत्य (चोल, पल्लव, पांड्य, विजयनगर)
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द्रविड़ शैली: ऊँचे गोपुरम (मंदिर के द्वार), विशाल मंदिर परिसर।
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उदाहरण: बृहदीश्वर मंदिर (तमिलनाडु), मीनाक्षी मंदिर (मदुरई)।
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शिल्प कला: नटराज (नृत्य करते शिव) की कांस्य प्रतिमा।
5. मध्यकालीन स्थापत्य (1206–1707 ई.)
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इस्लामी स्थापत्य शैली: मस्जिदें, मकबरे, किले।
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मुगल स्थापत्य:
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हुमायूँ का मकबरा (दिल्ली) – फारसी प्रभाव।
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ताजमहल (आगरा) – विश्व धरोहर।
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लाल किला, जामा मस्जिद।
👉 इसमें लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर का उपयोग प्रमुख था।
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6. आधुनिक काल
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ब्रिटिश काल में गोथिक, इंडो-सारसेनिक और औपनिवेशिक स्थापत्य।
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उदाहरण: गेटवे ऑफ इंडिया (मुंबई), विक्टोरिया मेमोरियल (कोलकाता), राष्ट्रपति भवन (दिल्ली)।
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आधुनिक भारत में – मेट्रो स्टेशन, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, म्यूजियम, गगनचुंबी इमारतें।
कला और स्थापत्य की विशेषताएँ
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धार्मिकता का प्रभाव: मंदिर, स्तूप, मस्जिद और गिरजाघर।
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प्राकृतिकता और यथार्थ: मूर्तियों और चित्रों में भाव–भंगिमाएँ।
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सामाजिक संदेश: भित्ति चित्र, लोककला, नृत्य–नाट्य।
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सौंदर्य और विज्ञान का मेल: स्थापत्य में ज्यामिति, गणित और वास्तु का प्रयोग।
आधुनिक समय में कला और स्थापत्य का महत्व
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सांस्कृतिक पहचान: भारतीय संस्कृति का परिचायक।
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पर्यटन: ताजमहल, खजुराहो, अजंता–एलोरा जैसे स्मारक विश्वभर के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
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अर्थव्यवस्था: पर्यटन से रोजगार और राजस्व।
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प्रेरणा: कला और स्थापत्य भावनात्मक, आध्यात्मिक और बौद्धिक विकास में सहायक।
UPSC/Competitive Exams के लिए महत्वपूर्ण तथ्य
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सांची स्तूप → मध्य प्रदेश (यूनेस्को विश्व धरोहर)।
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अजंता गुफाएँ → महाराष्ट्र (बौद्ध चित्रकला)।
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खजुराहो मंदिर → मध्य प्रदेश (कामसूत्र की मूर्तिकला)।
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बृहदीश्वर मंदिर → तमिलनाडु (चोल स्थापत्य)।
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ताजमहल → आगरा (सफेद संगमरमर, मुगल स्थापत्य)।
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विक्टोरिया मेमोरियल → कोलकाता (औपनिवेशिक स्थापत्य)।
रोचक प्रश्न–उत्तर (FAQ Style)
Q1. भारत का राष्ट्रीय प्रतीक किस स्तंभ से लिया गया है?
👉 सारनाथ स्थित अशोक स्तंभ के सिंह शीर्ष से।
Q2. अजंता की गुफाओं में किस धर्म की चित्रकला मिलती है?
👉 बौद्ध धर्म से संबंधित चित्रकला।
Q3. द्रविड़ शैली का प्रमुख उदाहरण कौन सा मंदिर है?
👉 बृहदीश्वर मंदिर (तमिलनाडु)।
Q4. किसे भारतीय स्थापत्य का स्वर्णयुग कहा जाता है?
👉 गुप्त काल।
Q5. ताजमहल किस शासक ने बनवाया?
👉 शाहजहाँ (मुगल बादशाह)।
निष्कर्ष
भारतीय कला और स्थापत्य केवल पत्थरों की दीवारें या मूर्तियाँ नहीं हैं, बल्कि ये हमारे अतीत का जीवंत दस्तावेज हैं। यह न केवल भारतीय संस्कृति की गहराई को दर्शाते हैं बल्कि विश्व को भी भारत की सृजनात्मकता, विविधता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से परिचित कराते हैं। आज आवश्यकता है कि हम अपनी इस धरोहर को संरक्षित रखें और आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाएँ।
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